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Wednesday, January 23, 2008

विस्फोटों ने उड़ाई पाला के ग्रामीणों की नींद

Jan 23, 02:43 am
उत्तरकाशी। पाला-मनेरी जल विद्युत परियोजना के निर्माण के लिए पेड़ों के कटान का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने समुचित पुर्नवास की मांग की है।
विकासखंड भटवाड़ी के अंतर्गत बन रही 480 मेगावाट की पाला-मनेरी जल विद्युत परियोजना निर्माण के दौरान हो रहे विस्फोटों से पाला गांव भूस्खलन की चपेट में है। भूस्खलन से गांव ही संकट में नहीं है बल्कि जंगल में बड़ी संख्या में पेड़ों का कटान किए जाने की तैयारी है। रक्षासूत्र आंदोलन के सुरेश भाई व गांधी विचार मंच के अध्यक्ष डा। नागेन्द्र दत्त जगूडी की अध्यक्षा में जिलाधिकारी आर.मीनक्षी से मुलाकात की। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि पाला गांव का भू-वैज्ञानिकों से सर्वे करवाने के बाद गांव का पुनर्वास किया जाए। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि पाला गांव परियोजना के सुरंग के मुहाने पर स्थित और सुरंग में टेस्टिंग के दौरान लगातार भूकंप जैसी स्थिति बनी हुई है। भूस्खलन से खेती नष्ट हो रही है। पाला महिला मंगल दल ने सुरक्षा की भी जिलाधिकारी से मांग की है। पाला महिला मंगल दल ने चेतावनी दी है कि यदि गांव का पुनर्वास नहीं किया जाता तो वे परियोजना का निर्माण कार्य रोक देंगी।
साभार : जागरण

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