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Monday, January 14, 2008

मुख्यमन्त्री ने ली प्रसाशनिक कामकाज की खबर
दतिया कलेक्टर की छुट्टी

भोपाल । कलेक्टर दतिया के खिलाफ मुख्यमंत्री की कार्रवाई की सूचना प्रदेशभर में फैलते ही नौकरशाहों के खेमे में हडकंप मच गया। मुख्यमंत्री ने दोपहर में भोपाल से हेलीकाप्टर द्वारा सीधे ही राजगढ जिले के ग्राम दूबली की उडान भरी। साथ ही वे दतिया जिले में भी पहुंचे। उनके साथ जनसंफ सचिव मनोज श्रीवास्तव भी थे। भ्रमण की प्रमुख विशेषता यह रही कि मुख्यमंत्री चौहान स्वयं जन-समस्याओं के नोट्स अपनी डायरी में अंकित कर रहे थे। मुख्यमंत्री दतिया जिले की सेवढा तहसील के ग्राम गोहना में शिक्षकों के नियमित विद्यालय आने एवं मध्यान्ह भोजन व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की। ग्रामीणों ने सिंचाई सुविधा बढाने का आग्रह किया। प्राथमिक कृषि साख समिति के निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने मिट्टी का तेल नियमित न मिलने की शिकायत की। ग्रामीणों ने एक उप स्वास्थ्य केंद्र शुरू करने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के अचानक दतिया जिले में पहचने की जानकारी मिलते ही ग्वालियर कमिश्नर डॉ. कोमल सिंह, दतिया कलेक्टर अशोक शिवहरे, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी उनसे मुलाकात करने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने संभागायुक्त को ग्रामीणों द्वारा प्राप्त आवेदनों पर (शेष पेज 9 पर)तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। आकस्मिक निरीक्षण में अनुपस्थित एवं कार्य के प्रति लापरवाह अधिकारी, कर्मचारियों विरुद्ध वैधानिक कदम उठाने की हिदायत दी। भ्रमण के दौरान बाइक का सहारा -मुख्यमंत्री ने ग्राम गोहना में भ्रमण के बाद वहां से धीरपुरा पहुंचने के लिए बाइक का सहारा लिया। खेतो-खलिहानों के बीच से मोटर साइकिल द्वारा उन्होंने अपनी निरीक्षण यात्रा शुरू की। माथे पर गमछा बांधने के बाद भी उन्हें पहचानने में अधिकांश ग्रामीणों ने कोई गलती नहीं की। मोटरसाइकिल सवार युवक के साथ मुख्यमंत्री श्री चौहान गांव धीरपुरा के थाने पहुंचे। पुलिस द्वारा दर्ज शिकायतों पर की गई कार्यवाही का हाल जानने के बाद उन्होंने सीधे जनता से कानून व्यवस्था और पुलिस की भूमिका पर बातचीत की। शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, परिवहन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली आदि के कामकाज के बारे में वे ग्रामीणों से निरंतर बातचीत करते रहे। उन्होंने ग्रामवासियों से सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली के बारे में प्रश्न किए। पर्चिंयां लिखकर सौंपे आवेदन -ग्रामीणों ने छोटी-छोटी पर्चियों पर लिखकर अपने आवेदन मुख्यमंत्री को सौंपे। मुख्यमंत्री ने इन आवेदनों पर जल्द कार्यवाही के निर्देश दिए। शिकायत पर चंद मिनटों में कार्रवाई -ग्राम दूबली में रामगोपाल साहू ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी कि उन्हें बीपीएल कार्ड देने के लिए सरपंच 5॰॰ रुपए की मांग कर रहा था, लेकिन मैंने उसे नहीं दिए। फिर बीपीएल कार्ड हमें जनपद पंचायत से जून माह में मिला। मुख्यमंत्री ने तुरंत कार्रवाई की और उनके निर्देश पर कलेक्टर ने रामगोपाल साहू से बात की तथा सरपंच द्वारा पैसे मांगने की जांच मौके पर तहसीलदार से कराई और सरपंच के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए।

साभार ः राज एक्सप्रेस, 14 Jan, 2008 01:33 AM

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