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Wednesday, January 23, 2008

उत्तर प्रदेश में किसान खेती के साथ करेंगे 'मास्टरगिरी'

लखनऊ, 22 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर पुरस्कृत किसान अब उत्तर प्रदेश में 'मास्टर साहेब' की भूमिका निभाएंगे। कृषि विभाग के 'सपोर्ट टू स्टेट एक्सटेंशन रिफार्म्स' के तहत शुरू होने जा रही योजना में प्रत्येक विकास खंड में ऐसे स्कूल खोले जा रहे हैं, जिसमें उपलब्धि हासिल करने वाले किसान खेती के वैज्ञानिक गुर सिखाएंगे।

इन स्कूलों में न तो क्लास रूम होगा और न ही ब्लैक बोर्ड। खेतों में ही क्लास लगेगी और विद्यार्थी व गुरु दोनों होंगे किसान। स्कूलों में पशुपालन, डेयरी और मछली पालन सहित रेशम उत्पादन के भी वैज्ञानिक तरीके बताए जाएंगे।

'फार्म स्कूल' नाम से संचालित इन विद्यालयों को वित्तीय मदद केंद्र सरकार देगी। इसके तहत प्रत्येक स्कूल को 50 हजार 414 रुपये दिए जाएंगे। इतना ही नहीं इन स्कूलों को किसानों के खेतों में खोला जाएगा।

स्कूलों में विभिन्न फसलों और उस क्षेत्र की कृषि की खूबियों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। इस दायरे में एकीकृत फसल प्रबंधन पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा। किसानों की जो भी दिक्कतें होंगी उसका हल इन स्कूलों में तुरंत किया जाएगा। कृषि विभाग में अपर निदेशक मुकेश गौतम ने बताया कि यह पहल राष्ट्रीय किसान आयोग में प्रतिभावान किसानों के सुझाव व सिफारिश के आधार पर की गई है।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस

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